Pradhanmantri Vishwakarma Yojana 2025 क्या है?
भारत सरकार ने पारंपरिक कारीगरों और हस्तशिल्प से जुड़े लोगों के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मकसद है — हुनरमंद लोगों को सशक्त बनाना और उनके काम को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ना।
इसके तहत बढ़ई, सुनार, दर्जी, मूर्तिकार, लोहार, जुलाहा, कुम्हार समेत 18 तरह के पेशों में काम करने वालों को 5% ब्याज दर पर ₹3 लाख तक का लोन मिलेगा।

योजना की मुख्य बातें (Highlights)
लोन राशि: अधिकतम ₹3,00,000
ब्याज दर: केवल 5%
पात्रता: पारंपरिक कारीगर और हस्तशिल्प से जुड़े लोग
लाभार्थी संख्या: पूरे भारत के लाखों कारीगर
उद्देश्य: रोजगार बढ़ाना और छोटे व्यवसायों को मजबूती देना
लाभ (Benefits)
कम ब्याज दर: मार्केट की तुलना में बहुत कम ब्याज।
आसान भुगतान: किस्तों में लोन चुकाने की सुविधा।
आधुनिक उपकरण: लोन का उपयोग मशीनरी और कच्चा माल खरीदने में।
सरकारी मान्यता: रजिस्टर्ड कारीगरों को प्राथमिकता।
आवेदन कैसे करें? (Apply Process)
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: https://pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
दस्तावेज अपलोड: आधार कार्ड, पहचान पत्र, पेशे का प्रमाण।
फॉर्म सबमिट: सभी डिटेल भरकर आवेदन करें।
लोन स्वीकृति: बैंक और सरकारी विभाग की मंजूरी के बाद लोन जारी होगा।
जरूरी दस्तावेज
आधार कार्ड / वोटर ID
पेशे का प्रमाण (जैसे व्यापार लाइसेंस, गिल्ड कार्ड)
पासपोर्ट साइज फोटो
बैंक पासबुक
निष्कर्ष
Pradhanmantri Vishwakarma Yojana 2025 न केवल कारीगरों को आर्थिक सहायता देती है, बल्कि उनके काम को नए स्तर तक ले जाती है। अगर आप किसी पारंपरिक कला या हस्तशिल्प से जुड़े हैं, तो यह मौका आपके लिए सुनहरा है।
